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मुझे नहीं पता में कौन हूँ /hindi poem by Rajni Malhotra

                 

         ( मुझे नहीं पता में कौन हूं  )


"कविता का भावार्थ" : -  वर्तमान समय में होने वाली बलात्कार  जैसी  घटनाओं पर एक स्त्री के मन के भाव प्रकट  करती है यह कवित ।





नहीं पता मुझे, में कौन हूं !मारी गई, शायद निर्भया हूं ! नोची गई, शायद असीफा हूं ! जलाई गई, शायद पशु चिकित्सक हूं !  उन्नाव पीड़िता, या गुड़िया हूं ! लाखों नहीं, करोड़ों बेबस,
असहाय, बलात्कार पीड़िता हूं ! राह बदल लेती हूं, आबरू लूट जाने के डर से, शायद वह बेबस भारतीय नारी हूं !

मेरे कपड़ों को तार-तार कर के हैवानाें की तरह मेरे जिस्म को नोचा गया ! मुझे मारा गया, दफनाया गया, जलाया गया, मेरी  चिता के साथ आज इंसानियत को भी जलाया गया !
                                                        
सच कहूं ? हुई थी तकलीफ बहुत, रूह भी मेरी कांपी थी  !      मेरे दर्द को, मेरी तकलीफ को क्यों ना जाना गया ! लक्ष्मी भी माना मुझे, सरस्वती भी माना मुझे, दुर्गा भी माना गया, बस  इंसान ना माना गया !

उठे लोग मोमबत्तियां लेकर कैंडल मार्च निकाला गया ! आग अभी ठंडी कहां हुई थी , चिता कि मेरी एक  बार मुझे फिर जलाया गया ! 

देश के नुक्कड़ गली चौराहे पर बोलबाला है हर जगह पाप का  फिर  कहते हैं  " रावण "  को बाप, पाप का अरे, बताते  क्यों  नहीं कलयुग में एक नेता है बाप पाप का ! 

जब दिल भर उठता है घुटन से, महसूस होता है दर्द बेटियों का एक आह निकलती है दिल से, कानून बनाने वालों को  काश  भगवान ने बनाया होता बाप
 एक आबरू पाक का ! 
जला डांलू या मिटा डालूं , बस जी करता है इस सत्ता को में  हिला डालूं !अरे, आबरू ना हुई मेरी, मुद्दा कश्मीर का हो गया !  मिली ना दोषियों को अभी तक सजा, खेलने को राजनीति हर कोई चिता पर मेरी तैयार हो गया !

रहने दीजिए  ! क्या करेंगे दास्तां सुनकर ? मीडिया में उछाली जाऊंगी कैंडल मार्च और नारों की गूंजौं में दिखाई जाऊंगी ! और आखिरकार सरकारी फाइलों में दफनाई  जाऊंगी !  और फिर हर  बार की तरह दिलों से भुला दी जाऊंगी !

अब भी खामोश रहो तुम हर बार की तरह, और मुझे यकीन है किसी और नाम से मैं फिर दोहराई जाऊंगी !


               लेखिका— रजनी मल्होत्रा

       
        

(मुझे नहीं पता) Hindi poem by Rajni Malhotra 

Mughe nahi pata Hindi poem by Rajni Malhotra 

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16 टिप्पणियाँ

  1. समाजिक हकीकत से रूबरू करा दिया आपने।

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  2. बहुत ही अद्भुत रचना #rajni_malhotra ji👌👌

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